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Title

Bhavna Battishi - Shlok no.23

इष्ट-वियोग, अनिष्ट-योग में, विश्व मनाता है मातम।

हेय सभी है विश्व वासना, उपादेय निर्मल आतम॥२३॥

प्रिय पदार्थों के बिछुड़ जाने और अप्रिय पदार्थों का संयोग हो जाने पर संसारी प्राणी दुःख-शोक आदि करता है; परन्तु वास्तव में तो सभी विश्व-वासना/किसी भी पदार्थ के प्रति किसी भी प्रकार की आसक्ति/समस्त परलक्षी परिणाम हेय/छोडऩे-योग्य ही हैं। एकमात्र अपना निर्मल आत्मा ही उपादेय /आश्रय लेने - योग्य है। २३

Series

Bhavna Battishi

Category

Paintings

Medium

Acrylic on Canvas

Size

36" x 24"

Orientation

Landscape

Completion Year

31-Dec-2021

Shlok

23