Exhibits

Title

Bhavna Battishi - Shlok no.1

प्रेम भाव हो सब जीवों से, गुणीजनों में हर्ष प्रभो।

करुणा-स्रोत बहें दुखियों पर, दुर्जन में मध्यस्थ विभो॥१॥

हे भगवान! मेरे मन में सभी जीवों के प्रति प्रेमभाव हो, गुणवान व्यक्तिओं के प्रति हर्ष/प्रसन्नता का, दुःखी जीवों के प्रति दया/करुणा का और विपरीत बुद्धिवाले, वस्तु-स्वभाव को नहीं माननेवाले दुर्जनों के प्रति मध्यस्थता/समता का भाव सतत बना रहे। १

 

Series

Bhavna Battishi

Category

Paintings

Medium

Acrylic on Canvas

Size

36" x 24"

Orientation

Landscape

Completion Year

31-Dec-2021

Shlok

1