Exhibits

Title

Bahenshree's Vachanamrut Bol no. 309

बकरियों की टोली में रहने वाला पराक्रमी सिंह का बच्चा अपने को बकरी का बच्चा मान ले, परन्तु सिंह को देखने पर और उसकी गर्जना सुनने पर “ मैं तो इस जैसा सिंह हूँ ” ऐसा समझ जाता है और सिंहरूप से पराक्रम प्रगट करता है, उसीप्रकार पर और विभाव के बीच रहनेवाले इस जीव ने अपने को पर एवं विभावरूप मान लिया है, परन्तु जीव का मूल स्वरूप बतलाने वाली गुरु की वाणी सुनने पर वह जाग उठता है – “ मैं तो ज्ञायक हूँ ” ऐसा समझ जाता है और ज्ञायकरूप परिणमित हो जाता है।

Series

Bahenshree Vachanamrut

Category

Paintings

Medium

Oil on Canvas

Size

36" x 48"

Orientation

Landscape

Artist

Anil Naik

Completion Year

07-Aug-2018

Bol

309